Saturday, April 30, 2011

ye zindgi bhi na...

















एक सच्चाई …
ऐ खुदा ये तेरी कैसी है माया...
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किसी पे इतना है मेहरबान कि उसका हर दिन होली हर रात दीवाली है।
वहीं किसी से इतना है खफा कि उसका पेट हफ्तों से खाली है....
---दिलीप---

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