क्यों ज़रा सी बात पे लोग मिटा लेतें हैं खुदको।
यूं हर पल सबकी तमन्नाएं होती पूरी तो नहीं।
आंखों में सपने लेकर जीता तो है हर कोई।
पर हर सपने हकिकत बन जाएं ये ज़रूरी तो नहीं ......
---दिलीप---
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